सोम ठाकुर के अनुसार " किसी भी भाषा का महत्व उसके शब्दों के शुद्ध उच्चारण में हैं . यदि उच्चारण अशुद्ध है , तो बोलनेवाला कितना ही विद्वान क्यों न हो , लोग बेवकूफ ही समझंगे "
i go with kavi takuur
nyaan badaanae ki bahumoolya jaghah hai yah
i go with kavi takuur
ReplyDeletenyaan badaanae ki bahumoolya jaghah hai yah
ReplyDelete