ढूँढ रहा हूँ चीज़ कीमती
क्या आपको मिला
मूल्य होना है अधिक कीमती
क्या आपको मिला
उसे पाने के लिये करेंगे हम मेहनती
करते हैं हम मेहनती
चाहते हैं हम चीज़ कीमती
मूल्य भी होना है अधिक कीमती
हाँ ढूँढता हूँ ,ढूँढता हूँ मोती
मिला है किसी को
तो बता दो मुझको
सुरक्षित रखेंगे हमेशा हम उसको
याद रखेंगे जीवन भर हम आपको
मिल गयी मिल गयी मोती
बतादो बतादो सबको मन चाहती
मांगे बिना मिल गयी मोती
वे ही हैं हमारे शिक्षक
सिखाते हैं हमेशा सबक
सत्य हैं मोती हैं हमारे शिक्षक
- सुनील व रविशंकर ........
what poem is this guruji? is it something about our nation......
ReplyDeletegood poem.by the way shakthipriya, the poem is about teachers.
ReplyDeletegr8 poem..... kya baat hai sir!!!yeh kavita badiya hai..
ReplyDeletesuper poem guruji
ReplyDeletea very good poem guruji
ReplyDeletethankz nitu.....
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