साँझ भई रवि की किरणों ढलने लगी ;
पेड़ों पर चिड़िया चहचहाने लगीं
सूरज का प्रकाश फीका होने लगा
अन्धकार का आवरण फैलने लगा
नभ में धीरे -धीरे तारे टिमटिमाने लगे
मैदान से दोस्त -दोस्त घर लौटने लगे
घोंसलों में पक्षियों नींद में डूबने लगी
दुनिया की आहटे चुप होने लगी
- संध्या
कक्षा सातवीं
the pic is loooks very plesant and shows elegance guruji!
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