Saturday, October 23, 2010



मरण और जीवन 
चाहता है मन जीने को 
सोचता है खुश पाने को
लेकिन 
तत्य तथा सत्य है 
जीना मुश्किल है 
जीवन तो संघर्षमय है 
झूठे जीवन जीना है
हाँ यह तो सत्य है 
जरा देखिये 
रोना पडता है मगर 
विपरित हँसना है 
अपनी व्यथा को 
मन में रखकर 
साफ नजर पेश आना पड़ता है
यह सब मुश्किल है न
अतः मरना आसान है 
कहते है कायर लोग 
वीर  डटकर लडते 
यही हैं फरक 
- के .रविशंकर 


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